भारत की राजधानी नई दिल्ली एक बार फिर से खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप, जो अक्टूबर 2025 में आयोजित की जाएगी, उसके लिए भारतीय पैरालंपिक समिति (PCI) ने 20 जून 2025 को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में आधिकारिक लोगो और शुभंकर 'विराज' का अनावरण किया। इसी दिन इस वैश्विक आयोजन के लिए 100 दिन की उल्टी गिनती की भी शुरुआत हुई।
🔷 शुभंकर ‘विराज’ – साहस और उम्मीद का प्रतीक
इस चैंपियनशिप के शुभंकर का नाम "विराज" रखा गया है, जो एक युवा हाथी के रूप में दर्शाया गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि विराज के पैर में ब्लेड वाला कृत्रिम अंग है, जो न केवल शारीरिक बाधाओं को चुनौती देने की भावना को दर्शाता है, बल्कि यह साहस, लचीलापन और आशा की जीवंत मिसाल भी है।
विराज उन सभी पैरा एथलीट्स की प्रेरणा बनकर सामने आया है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं।
🔷 आधिकारिक लोगो: संस्कृति और ऊर्जा का संगम
चैंपियनशिप के लिए जारी किया गया आधिकारिक लोगो भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसमें न केवल पारंपरिक भारतीय कला के रंग हैं, बल्कि यह पैरा एथलेटिक्स की गतिशीलता और ऊर्जा को भी दर्शाता है।
इस लोगो में नई दिल्ली की आधुनिकता और सांस्कृतिक पहचान को रेखांकित करते हुए यह दिखाया गया है कि कैसे यह शहर विश्व स्तरीय आयोजनों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है।
🔷 आयोजन स्थल: नई दिल्ली – खेलों का केंद्र
नई दिल्ली एक ऐसा शहर है जिसने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी की है। इस बार, अक्टूबर 2025 में, यह शहर 100 से अधिक देशों के पैरा एथलीट्स का स्वागत करने जा रहा है। यह आयोजन भारत में अब तक का सबसे बड़ा पैरा एथलेटिक्स इवेंट माना जा रहा है।
यह न सिर्फ खेल प्रेमियों के लिए बल्कि उन करोड़ों लोगों के लिए भी गर्व का विषय है जो समावेशी खेलों को समर्थन देते हैं।
🔷 कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियां शामिल
20 जून को आयोजित शुभारंभ समारोह में कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने हिस्सा लिया:
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
पीसीआई की प्रमुख संरक्षक और विधायक श्रीमती वनथी श्रीनिवासन ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
बॉलीवुड अभिनेत्री, सांसद और इस चैंपियनशिप की ब्रांड एंबेसडर सुश्री कंगना रनौत ने विशेष उपस्थिति दर्ज कराई।
कंगना रनौत ने अपने भाषण में कहा कि “विराज जैसे पात्र समाज में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक हैं। ये हम सभी को ये सिखाते हैं कि हिम्मत और मेहनत से कोई भी मंज़िल हासिल की जा सकती है।”
🔷 भारत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर
यह पहली बार है जब भारत को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेज़बानी का गौरव प्राप्त हुआ है। यह न सिर्फ भारत के खेल क्षेत्र में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को दर्शाता है, बल्कि यह साबित करता है कि भारत अब पैरा खेलों का एक मजबूत केंद्र बनता जा रहा है।
इस आयोजन के माध्यम से:
भारत में पैरा खेलों के प्रति जनचेतना बढ़ेगी
युवाओं को प्रेरणा मिलेगी
समाज में समावेशिता और समानता का संदेश फैलेगा
🔷 चैंपियनशिप का महत्व – खेल से परे
यह आयोजन केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन है। यह आयोजन दुनिया भर के उन एथलीट्स को एक मंच देता है जो जीवन की कठिनाइयों को मात देकर आज खेलों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
विराज जैसे शुभंकर और इस चैंपियनशिप का संदेश यही है — "असंभव कुछ भी नहीं"।
🔷 क्या उम्मीद करें?
अक्टूबर 2025 में आयोजित होने वाली यह चैंपियनशिप दर्शकों के लिए मुफ्त प्रवेश के साथ हो सकती है (संभावित घोषणा जल्द)
स्कूल और कॉलेज के छात्र इसमें भाग लेकर पैरा खेलों को करीब से देख सकते हैं
भारतीय खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है
निष्कर्ष:
नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप भारत के लिए खेल इतिहास का एक सुनहरा अवसर है। विराज जैसे प्रेरणादायक शुभंकर, विविधता से भरा लोगो, और शक्तिशाली एथलीट्स का जज़्बा – यह सब मिलकर इस आयोजन को यादगार बनाएंगे। यह केवल एक खेल महोत्सव नहीं, बल्कि मानव इच्छाशक्ति और हौसले का उत्सव है।



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